
जन्माष्टमी के शुभ दिन पर बहराइच की कोतवाली नगर स्थित कानूनगोपुरा चौकी का हुआ भव्य नाम परिवर्तन।
अब ये चौकी “श्री सिद्धनाथ महादेव चौकी” के नाम से जानी जाएगी। न सिर्फ नाम बदला, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द और शांति का भी संदेश दिया गया।
भव्य उद्घाटन समारोह में जो गंगा-जमुनी तहजीब दिखी, उसने राजनीति को पीछे छोड़ भक्ति और भाईचारे को आगे रखा।
उद्घाटन का खास लम्हा: फीता भी कटा, फिकरे भी
इस नामकरण समारोह का उद्घाटन किया। श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी रवि गिरी जी महाराज ने साथ थे जिलाधिकारी अच्छय त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह
चौकी के नाम का नवीनीकरण एक धार्मिक उत्सव की तरह मनाया गया। सैकड़ों श्रद्धालु, स्थानीय लोग, और गणमान्य उपस्थित रहे। और हाँ, फीता भी बहुत श्रद्धा से कटा।
छोटी तकिया के सरपरस्त रूमी मियां का बड़ा बयान
कार्यक्रम में पहुंचे छोटी तकिया खानकाह के सरपरस्त रूमी मियां ने दिल से बात रखी।
उन्होंने कहा, “अब हमें न डीएम साहब से मिलने जाना पड़ेगा, न एसपी साहब से। बस चौकी का नाम लेना होगा, विवाद अपने आप खत्म हो जाएगा!”
क्या बात है!
सिर्फ चौकी का नाम सुनकर ही अगर झगड़े खत्म हो जाएं, तो यूपी पुलिस को अब मनोविज्ञान पढ़ाने की ज़रूरत नहीं।
जन्माष्टमी का मौका, शांति और सौहार्द का संदेश
इस आयोजन ने जन्माष्टमी को सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि आपसी भाईचारे का प्लेटफॉर्म बना दिया। स्वामी रवि गिरी जी और रूमी मियां की एक साथ उपस्थिति ने गंगा-जमुनी तहज़ीब की असली तस्वीर पेश की।
DM अच्छय त्रिपाठी और SP राम नयन सिंह ने इस मौके को जनसंवाद और जनसंपर्क का एक पॉजिटिव मोमेंट बना दिया।

“विवाद? कौन विवाद? श्री सिद्धनाथ का नाम लो, सब शांत!”
अब बस सोचिए – मोहल्ले में कोई झगड़ा हुआ?
“क्या? पड़ोसी से झगड़ा हो गया?
चलो, चलो… श्री सिद्धनाथ महादेव चौकी का नाम ले लो।”
सारा गुस्सा हवा हो जाएगा!
रूमी मियां तो कह ही गए –
“अब केस के लिए दौड़ने की ज़रूरत नहीं, नाम लेते ही नतीजा आ जाएगा!”
एक नाम, एक उम्मीद, एक नज़रिया
श्री सिद्धनाथ महादेव चौकी अब सिर्फ एक पुलिस चौकी नहीं, बल्कि बहराइच की सांप्रदायिक सौहार्द और शांति का नया प्रतीक बन गई है। यह पहल सिर्फ नामकरण नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण है, जहाँ धर्म और प्रशासन ने मिलकर लोगों को भरोसे और भाईचारे का नया रास्ता दिखाया।
फर्जी RPF अफसर बनकर रघुवंशी परिवार से मिलने पहुंचा पूर्व कांस्टेबल